इतना दूर ना जा, के मेरी आवाज़ तुझे छू भी ना पाये
इतना करीब भी ना आ, के मेरी बदनसीबी तुझे आसरा बना ले
Kavitha, Love, Marriage, Shayri
Kavitha, Love, Marriage, Shayri
इतना दूर ना जा, के मेरी आवाज़ तुझे छू भी ना पाये
इतना करीब भी ना आ, के मेरी बदनसीबी तुझे आसरा बना ले