सुन लो, मेरी वाणी
हटा दो, फ़िज़ूल परेशानी

तू गर बद-तर, तुजसे और बद-तर
तू गर उत्तम, तुजपे सारे सितम

जितनी बड़ी नाम, उतनी बड़ी दाम
जितनी छोटी चूक, उतनी बड़ी थूक

चलती रहे गाड़ी, काम इतनी काफी
मिलो सबके गले, करो प्यारी बातें

दिल कम, दिमाग ज्यादा
मजदूरी कम, चापलूसी ज़्यादा

जितना सीधा, उतना गधा
जितना टेढ़ा, उतना राजा

बन जा कामचोर, हो जा लीडर
नहीं कर्ज़दार, यहाँ बर्खुरदार

चलो अगर, ऐसी डगर
सलामत क़रार, सुहाना सफर