तू गाना बजाओ या शोर, नहीं यहाँ किसी को ये फ़िक्र
हैं सबकी नजर अपने प्याले की ओर, बस नाचना जाने, क्या ताल क्या बे-ताल
Culture, Kavitha, Marriage, Shayri, Uncategorized
Culture, Kavitha, Marriage, Shayri, Uncategorized
तू गाना बजाओ या शोर, नहीं यहाँ किसी को ये फ़िक्र
हैं सबकी नजर अपने प्याले की ओर, बस नाचना जाने, क्या ताल क्या बे-ताल