दरिया से भी गहरा प्यार, है भरा हम सबके के अंदर
समुन्दर से भी गहरा जहर ये बन जाये, गर ये प्यार रहा बिन जताये
Culture, Kavitha, Love, Shayri
Culture, Kavitha, Love, Shayri
दरिया से भी गहरा प्यार, है भरा हम सबके के अंदर
समुन्दर से भी गहरा जहर ये बन जाये, गर ये प्यार रहा बिन जताये