कही से हवा का झोंका कोई आ टपके, कोई चिंगारी गर लाए साथ उसके
कहीं इसे फूंकने की कोशिश में, हमीं दुश्मन न बन जाये अपने करार के
Kavitha, Love, Marriage, Shayri, Uncategorized
Kavitha, Love, Marriage, Shayri, Uncategorized
कही से हवा का झोंका कोई आ टपके, कोई चिंगारी गर लाए साथ उसके
कहीं इसे फूंकने की कोशिश में, हमीं दुश्मन न बन जाये अपने करार के