न हो खिड़की, न हो दरवाज़ा, कैसे घर कोई कह पायेगा
न हो मुश्किलें, न हो हौसला, कैसे ज़िंदगी कोई जी पायेगा
Kavitha, Point of View, Shayri, Uncategorized
Kavitha, Point of View, Shayri, Uncategorized
न हो खिड़की, न हो दरवाज़ा, कैसे घर कोई कह पायेगा
न हो मुश्किलें, न हो हौसला, कैसे ज़िंदगी कोई जी पायेगा