तुम्हें टालने का बहाना चाहिए, और हमें प्यार जताने का
तुम्हें पड़ोसियों की है फ़िज़ूल फ़िक्र, और हमें मौका गंवाने का

कह दो जलने वालों से, और बदमिजाज दुनिया वालों से
झांके नहीं खिड़कियों से हमारे, कटकटाये न दरवाजा हमारी

हम इश्कजादे दुनिया से है परे, और दुनिया हम से

पीते रहना है, शबाब तेरी आँखों की
लेते रहना है, अंगड़ाई इस मदहोशी की

चुराते रहना है, लाली इन लबों की
चाट ते रहना है, आहट इन लम्हों की

देखते रहना है, बेहोश ऐसे ख़्वाबों की
इंतज़ार में रहना है, तेरे मस्त जलवों की

हम इश्कजादे दुनिया से है परे, और दुनिया हम से

तुम्हें दुनिया की नजरों से छुपा के, और हमें खुल्लम खुल्लम जीने का
तुम्हें रात की आड़ की इंतज़ार और हमें चांदनी की दिलकश नज़ारे का

यूँ ही रहा ये सिलसिला अगर, तेरे मेरे आँख मिचोली का
न तुम्हें हसीन होने का कोई हक होगा, ना हमें जवान होने का