एक अजीब खामोशी के बोझ से, हम दोनों के जिस्म दब गए
कुछ कहने और सुनने की आरज़ू में, हम दोनों की सांसे रुक गए
Kavitha, Love, Marriage, Shayri, Uncategorized
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एक अजीब खामोशी के बोझ से, हम दोनों के जिस्म दब गए
कुछ कहने और सुनने की आरज़ू में, हम दोनों की सांसे रुक गए